Monitor हमें Computer के अंदर चल रहे कामों को दिखाता हैं। जब भी हम कोई काम करते हैं, तो हम लगातार उस काम को देखते रहते हैं कि वो काम सही से हो रहा है या नहीं। इसी तरह जब हम Computer पर काम करते हैं तब हमारा सारा काम CPU में चल रहा होता हैं। अब हम CPU के अंदर तो देख नहीं सकते, इसलिए हम Monitor का उपयोग करते हैं।
Monitor, Computer का एक Part होता हैं, जिसमे Screen और Electronic Circuits होते हैं, जिसकी सहायता से हम देख पाते हैं कि Computer में क्या काम हो रहा हैं। तो क्या भी जानना चाहते है की Monitor Kaise Kaam Karta Hai 
तो आइये जाने …

Monitor Kya Hai

Monitor, Computer का Output Device हैं, जो एक Cable के द्वारा CPU के साथ जुड़ा रहता हैं। आज-कल ऐसे भी Monitor आ गए हैं, जिनमे CPU भी Attached रहता हैं।
अब आप सोच रहे होंगे की आखिर Monitor Kya Kaam Karta Hai तो दोस्तों Monitor का Main काम होता हैं, CPU के अंदर चल रही प्रक्रियाओं (Processes) को दिखाना जिससे आप अपने Computer पर काम कर पाए।
MONITOR KA FULL FORM – “MASS ON NEWTON IS TRAIN ON RAT”
अगर CPU के साथ Monitor जुड़ा हुआ नहीं होगा तो आप यह नहीं देख पाएंगे की CPU में क्या काम चल रहा हैं। Monitor आपके किये हुए कामों की Softcopy को दिखाता हैं।
monitor 2
पुराने समय में Computer Monitor में Cathode Ray Tube (CRT) का उपयोग होता था। जिसके कारण Monitor बहुत बड़ा और भारी होता था। लेकिन आज बहुत हल्के और पतले LCD Screen वाले Monitor का उपयोग होता हैं। Monitor को Screen या Visual Display Unit (VDU) भी कहते हैं।
इससे हम Computer की Memory में रखे Videos और Images को भी देख पाते हैं। Computer में एक Video Card लगा होता है जो Computer की Graphical Information को Monitor तक पहुँचाता हैं।
अगर हम Monitor Ki Definition की बात करें तो यह एक ऐसी Device है जो Computer में किसी चीज़ का लगातार Record देखने या जाँचने के लिए उपयोग की जाती हैं। यदि आपको नहीं पता की Monitor Konsa Device Hai तो हम आपको बता देते है की Monitor Electronic Device है।
तो आपने यह तो जान लिया की Monitor Kya Hota Hai लेकिन क्या आपने कभी सोचा है की Monitor Ka Aviskar Kisne Kiya?..

Monitor Kisne Banaya

सन 1929 में Zworykin नाम के एक व्यक्ति ने Cathode-ray Tube (CRT) का आविष्कार किया जिसे Kinescope कहा जाता हैं, जो Television के लिए बहुत जरूरी हैं।
CRT की सहायता से हम Screen पर कोई Video देख पाते हैं। सन 1942 में America में दो व्यक्तियों ने मिलकर पहला “Automatic Electronic Digital Computer” बनाया जिसका नाम था ‘atanasoff-berry Computer’.

Monitor Kitne Prakar Ke Hote Hai (Types Of Monitor)

समय के अनुसार Computer Monitor में भी बदलाव होते रहे हैं। हमने आपको नीचे Monitor Ke Prakar और Monitor Ki Visheshta के बारे में कुछ जानकारी बताई हैं:

CRT Monitor Kya Hai

CRT मॉनिटर क्या है

यहाँ CRT का मतलब Cathode Ray Tube हैं। LCD Monitor की तुलना में CRT Monitor, Size में बड़े और बहुत भारी होते हैं। इस कारण इन्हे ज्यादा जगह की जरूरत होती हैं और भारी होने के कारण इनको एक जगह से दूसरी जगह लाने और लेकर जाने में भी ज्यादा परेशानी होती हैं।
CRT Monitor
1970 के दशक के अंत में Computer Monitor में CRT का उपयोग शुरू हुआ था। तब लोगों के घरों में Computer का उपयोग नहीं हुआ करता था। उस समय ये Monitors सिर्फ Black & White Display के होते थे। फिर 1977 में Apple ने अपना Color Display वाला Monitors Apple-ii Launch किया। Color Display Apple-ii का Standard Feature था।

LCD Monitor

LCD को बनाने के लिए Liquid Crystal का उपयोग होता हैं इसलिए इनको Liquid Crystal Display (LCD) कहते हैं। LCD Monitor, CRT Monitor की तुलना में Size में पतले और बहुत हल्के होते हैं। इस कारण इन्हे ज्यादा जगह की जरूरत नहीं होती हैं और वजन में हल्के होने की वजह से इनको एक से दूसरी जगह लाने और लेकर जाने में भी ज्यादा परेशानी नहीं होती हैं।
LCD Monitor
LCD को बनाने के लिए बहुत सी Technology का उपयोग किया गया हैं। 1990 के दशक में, Laptop के Display के रूप में LCD Display का उपयोग होता था, क्योंकि LCD वजन में हल्की, Size में पतली और छोटी होती थी, जो कम बिजली का Use करती थी, लेकिन LCD Monitor, CRT Monitor से महंगे होते थे, इसलिए उस समय इनका उपयोग Desktop Monitor के रूप में नहीं होता था।

TFT Monitor In Hindi

TFT मॉनिटर क्या है

यह LCD का ही एक रूप है जो आज-कल Computer के Monitors के लिए उपयोग की जाने वाली Main Technology हैं। यह LCD की तरह ही एक Flat Panel Display हैं। जो कि वजन में हल्का और Size में पतला होता हैं।
TFT Monitor
यह LCD Display की तुलना में अच्छी Quality का Display हैं। TFT Display की वजह से Contrast Ratio में सुधार हुआ जिससे हमें और अच्छी Quality की Images और Videos देखने को मिलते हैं। यहाँ पर Tftका मतलब ‘thin Film Transistor’ हैं।

Plasma Monitor In Hindi

प्लाज्मा मॉनिटर क्या है

Plasma Screen काँच की बनी होती हैं। इनको Plasma Display कहा जाता हैं क्योंकि ये बहुत छोटे Cells का उपयोग करते हैं, जिनमे ‘electrically Charged Ionized Gas’ भरी होती हैं। ऐसे Cells को ही Plasma कहा जाता हैं।
Plasma Monitor
LCD Display की तुलना में Plasma Display के कुछ Advantages हैं:
  • Superior (बेहतर) Contrast Ratio
  • बढ़िया Viewing (देखने का) Angle
  • तेज़ Response (प्रतिक्रिया) Time
  • लेकिन सस्ते Lcd और Oled (ज्यादा महंगे लेकिन High Contrast वाले Display) के कारण Plasma Display को लोगों ने उतना पसंद नहीं किया और 2016 के आखिर तक इनको बनाना बंद कर दिया गया।

LED Monitor Kya Hai (LED Monitor In Hindi)

यह भी LCD की तरह एक Flat Panel Display हैं। Led Display किसी Image या Video को दिखाने के लिए Pixels के रूप में Light Emitting Diodes (LED) का उपयोग करता हैं। LED Display दूसरे Display की तुलना में ज्यादा Brightness वाले होते हैं जिसकी वजह से दिन की रौशनी में भी इस पर आसानी से पढ़ा या देखा जा सकता हैं।
LED Monitor
LED Monitor, LCD Monitor की तुलना में ज्यादा समय तक काम करते हैं, इसलिए आज के समय में LED Display का उपयोग ज्यादा हो रहा हैं। साथ ही LED चलने के लिए बहुत कम Power लेती हैं, और हमारी आँखों को ज्यादा Effect भी नहीं करती हैं।

Conclusion

तो दोस्तों यहाँ आपने Monitor Information Detail में जानी जिसमें आपको Monitor के बारे में बहुत कुछ पता चला।
इसमें आपने जाना…
  • Monitor क्या है।
  • Monitor का अविष्कार किसने बनाया।
  • Monitor कितने प्रकार के होते है।
तो दोस्तों कैसी लगी आपको यह Post Comment Box में Comment करके बताये अगर आपके मन में कोई सवाल है, तो आप यह भी Comment करके हमसे पूछ सकते हैं।
इस Post को अपने दोस्तों के साथ Whatsapp, Instagram, Twitter, Telegram, Facebook पर जरुर Share करे।